“Log kehte hain waqt sab kuch theek kar deta hai…
Par kuch zakham aise hote hain jo sirf waqt ke saath gehre ho jaate hain…”
📝 (Shayari):
“Jo chhod gaye beech raaste mein,
Unse koi शिकायत नहीं,
बस अफ़सोस इतना है कि…
जिन्हें हमने सब कुछ समझा,
वो हमें कभी समझ ही नहीं पाए…”
1.
बिछड़ के तुझसे अब ये हाल हो गया है,
हर चेहरा बस तेरा ही ख्याल हो गया है,
जिसे समझा था मुक़द्दर मेरा,
वो ही किस्मत में नहीं, सवाल हो गया है।
2.
कुछ लोग हमारी ख़ामोशी भी नहीं समझते,
और हम उनके लिए सब कुछ छोड़ बैठे थे,
कभी जो आंखों से बयां नहीं हुआ,
वो दर्द भी हद से ज़्यादा गहरा बैठा है।
3.
तेरे बिना अब जीना आसान नहीं,
हर एक सांस में तेरा नाम बसता है,
खुश रहते हैं सबके बीच मगर,
दिल अब भी तन्हा सा सस्ता है।
4.
उस मोड़ पे छोड़ गए तुम,
जहां से रास्ता भी ना दिखे,
न लौटने की उम्मीद रही,
न आगे चलने का हौसला बचा।
5.
खुद को खो दिया मैंने किसी और को पाने में,
अब खुद से ही मुलाक़ात नहीं होती,
कभी जो दिल का सकून थे वो,
अब ख्वाबों में भी बात नहीं होती।
6.
ना शिकवा रहा, ना कोई गिला रहा,
बस तू रहा दिल में, और दिल तन्हा रहा,
जिसे चाहा था बेइंतहा,
आज वही बेगाना सा लगा।
7.
रात की तन्हाई में जब नाम तेरा आता है,
दिल रो लेता है और चेहरा मुस्काता है,
तेरी यादें भी अजीब हैं यार,
दर्द भी देती हैं और सहारा भी।
8.
तुझसे बिछड़ कर भी तुझे चाहा हमने,
तेरी हँसी में ही जीना सीखा हमने,
कभी तुमसे शिकायत नहीं की,
बस खुद को ही समझा लिया हमने।
9.
एक ख्वाब था जो टूट गया,
एक रिश्ता था जो छूट गया,
हमने तो दिल दिया था पूरे यकीन से,
पर तुमसे शायद कोई और जुड़ गया।
10.
कुछ अधूरे अफसाने ऐसे होते हैं,
जो पूरी ज़िन्दगी भर सालते हैं,
ना वो मिलते हैं, ना वो भूलते हैं,
बस आंखों से रात भर बहते हैं।
11.
तेरा यूँ अचानक बदल जाना,
जैसे मौसम बिना बताए बदल जाता है,
हम ठहरे वहीं इंतज़ार में,
और तू किसी और की दुनिया में चला गया।
12.
कभी मुस्कान थी मेरी वजह से,
अब वो किसी और के लिए हँसता है,
क्या खूब बदलते हैं लोग,
जब दिल का मौसम सर्द होता है।
13.
तेरी यादें अब आदत बन चुकी हैं,
ना चाहकर भी आ जाती हैं,
सोचा था वक्त सब ठीक कर देगा,
पर कुछ जख्म वक्त के साथ गहराते हैं।
14.
हमने वक़्त से बहुत कुछ मांगा था,
पर तू ही ना मिला सबसे ज़रूरी,
आज भी दुआओं में नाम तेरा है,
ये दिल अब भी तुझसे मजबूरी है।
15.
ना शिकवा तुझसे, ना नफ़रत कोई,
बस दिल भर गया है अब मोहब्बत से,
जो कभी जान से भी प्यारा था,
अब बस यादों में ज़िंदा है।
16.
तू याद है, बस इतना काफ़ी है,
तेरे बिना जीना सीखा लिया है,
पर जब भी आईना देखता हूँ,
तेरा अक्स उसमें अभी भी बाकी है।
17.
कभी-कभी खामोश रहना बेहतर होता है,
क्योंकि कुछ दर्द लफ़्ज़ों में बयां नहीं होते,
जिसे खोया हो दिल से,
उसे हर रोज़ भूलना आसान नहीं होता।
18.
कहाँ से लाऊं वो मासूमियत दोबारा,
जो तुझ पर यकीन कर बैठी थी,
अब तो हर अपने पर शक होता है,
तू क्या गया, भरोसा भी साथ ले गया।
19.
तेरे जाने के बाद एक बात समझ आई,
इंसान सिर्फ साथ नहीं, सोच में भी छूट जाता है,
अब किसी से दिल लगाने का मन नहीं करता,
क्योंकि टूट कर फिर संभलना आसान नहीं होता।
20.
तेरे बिना सब अधूरा सा लगता है,
हर हँसी के पीछे तन्हाई है,
कभी जो तुझमें दुनिया बसती थी,
अब उसी दुनिया में वीरानी छाई है।
1.
बिछड़ के तुझसे अब ये हाल हो गया है,
हर चेहरा बस तेरा ही ख्याल हो गया है,
जिसे समझा था मुक़द्दर मेरा,
वो ही किस्मत में नहीं, सवाल हो गया है।
2.
कुछ लोग हमारी ख़ामोशी भी नहीं समझते,
और हम उनके लिए सब कुछ छोड़ बैठे थे,
कभी जो आंखों से बयां नहीं हुआ,
वो दर्द भी हद से ज़्यादा गहरा बैठा है।
3.
तेरे बिना अब जीना आसान नहीं,
हर एक सांस में तेरा नाम बसता है,
खुश रहते हैं सबके बीच मगर,
दिल अब भी तन्हा सा सस्ता है।
4.
उस मोड़ पे छोड़ गए तुम,
जहां से रास्ता भी ना दिखे,
न लौटने की उम्मीद रही,
न आगे चलने का हौसला बचा।
5.
खुद को खो दिया मैंने किसी और को पाने में,
अब खुद से ही मुलाक़ात नहीं होती,
कभी जो दिल का सकून थे वो,
अब ख्वाबों में भी बात नहीं होती।
6.
ना शिकवा रहा, ना कोई गिला रहा,
बस तू रहा दिल में, और दिल तन्हा रहा,
जिसे चाहा था बेइंतहा,
आज वही बेगाना सा लगा।
7.
रात की तन्हाई में जब नाम तेरा आता है,
दिल रो लेता है और चेहरा मुस्काता है,
तेरी यादें भी अजीब हैं यार,
दर्द भी देती हैं और सहारा भी।
8.
तुझसे बिछड़ कर भी तुझे चाहा हमने,
तेरी हँसी में ही जीना सीखा हमने,
कभी तुमसे शिकायत नहीं की,
बस खुद को ही समझा लिया हमने।
9.
एक ख्वाब था जो टूट गया,
एक रिश्ता था जो छूट गया,
हमने तो दिल दिया था पूरे यकीन से,
पर तुमसे शायद कोई और जुड़ गया।
10.
कुछ अधूरे अफसाने ऐसे होते हैं,
जो पूरी ज़िन्दगी भर सालते हैं,
ना वो मिलते हैं, ना वो भूलते हैं,
बस आंखों से रात भर बहते हैं।
11.
तेरा यूँ अचानक बदल जाना,
जैसे मौसम बिना बताए बदल जाता है,
हम ठहरे वहीं इंतज़ार में,
और तू किसी और की दुनिया में चला गया।
12.
कभी मुस्कान थी मेरी वजह से,
अब वो किसी और के लिए हँसता है,
क्या खूब बदलते हैं लोग,
जब दिल का मौसम सर्द होता है।
13.
तेरी यादें अब आदत बन चुकी हैं,
ना चाहकर भी आ जाती हैं,
सोचा था वक्त सब ठीक कर देगा,
पर कुछ जख्म वक्त के साथ गहराते हैं।
14.
हमने वक़्त से बहुत कुछ मांगा था,
पर तू ही ना मिला सबसे ज़रूरी,
आज भी दुआओं में नाम तेरा है,
ये दिल अब भी तुझसे मजबूरी है।
15.
ना शिकवा तुझसे, ना नफ़रत कोई,
बस दिल भर गया है अब मोहब्बत से,
जो कभी जान से भी प्यारा था,
अब बस यादों में ज़िंदा है।
16.
तू याद है, बस इतना काफ़ी है,
तेरे बिना जीना सीखा लिया है,
पर जब भी आईना देखता हूँ,
तेरा अक्स उसमें अभी भी बाकी है।
17.
कभी-कभी खामोश रहना बेहतर होता है,
क्योंकि कुछ दर्द लफ़्ज़ों में बयां नहीं होते,
जिसे खोया हो दिल से,
उसे हर रोज़ भूलना आसान नहीं होता।
18.
कहाँ से लाऊं वो मासूमियत दोबारा,
जो तुझ पर यकीन कर बैठी थी,
अब तो हर अपने पर शक होता है,
तू क्या गया, भरोसा भी साथ ले गया।
19.
तेरे जाने के बाद एक बात समझ आई,
इंसान सिर्फ साथ नहीं, सोच में भी छूट जाता है,
अब किसी से दिल लगाने का मन नहीं करता,
क्योंकि टूट कर फिर संभलना आसान नहीं होता।
20.
तेरे बिना सब अधूरा सा लगता है,
हर हँसी के पीछे तन्हाई है,
कभी जो तुझमें दुनिया बसती थी,
अब उसी दुनिया में वीरानी छाई है।
21.
तू करीब होते हुए भी दूर था,
मैं दूर होकर भी तेरा ही था,
बस फर्क इतना था कि,
तू बदलता रहा और मैं सहता रहा।
22.
दिल में तू था, मगर पास नहीं,
तेरी यादें थीं, पर आवाज़ नहीं,
मिलते थे लोग हज़ारों,
पर तेरी सी बात किसी में नहीं।
23.
तेरे बिना दिन अधूरे लगे,
रातें भी अब काली सी लगती हैं,
हँसी भी अब बनावटी सी हो गई,
और ये ज़िन्दगी खाली सी लगती है।
24.
तुझसे मिलकर भी तन्हा रह गया,
तेरे होने में भी कुछ अधूरा रह गया,
कभी-कभी पास होकर भी,
रिश्ता सिर्फ नाम का रह गया।
25.
जो अपने थे, वही बेगाने हो गए,
बातों-बातों में ही फसाने हो गए,
कभी जिनसे दिल की बात होती थी,
आज वही अजनबी जैसे लगते हैं।
26.
दिल टूटता है आवाज़ नहीं करता,
तू रूठ जाए तो कोई शोर नहीं करता,
हम तो वो हैं जो सब सह जाते हैं,
मगर किसी से कुछ कह नहीं पाते।
27.
तन्हाई का आलम कुछ यूं छा गया,
हर शख्स पर तेरा अक्स सा आ गया,
तेरे जाने के बाद ये दिल यूं टूटा,
जैसे आइना गिर के चूर हो गया।
28.
उसकी हर बात में प्यार था,
पर वो प्यार सिर्फ लफ्ज़ों तक था,
हमने तो दिल से चाहा था उसे,
पर उसे आदत थी खेल खेलने की।
29.
वो हँसी अब भी याद आती है,
जिसमें हमने दुनिया भुला दी थी,
पर अब जब वो किसी और के साथ हँसता है,
तो हर मुस्कान दिल पे वार कर जाती है।
30.
तेरे बिना जीना सीखा लिया है,
पर मुस्कुराना अब भी मुश्किल होता है,
जो वक्त तुझमें गुजर गया,
अब वो हर वक्त सजा बन गया है।
31.
कभी सोचा ना था इतना तन्हा हो जाऊँगा,
तेरे बाद खुद से भी दूर हो जाऊँगा,
अब तो आइना भी देख कर पूछता है,
क्या तू वही है जो कभी मुस्कुराता था?
32.
तेरा नाम अब भी ज़ुबान पर आता है,
पर अब मुस्कान नहीं, आंसू लाता है,
जिसे दिल की धड़कन समझा था,
वो ही दिल को सबसे ज़्यादा रुलाता है।
33.
तेरी बातों में जो मिठास थी,
अब उसी में तन्हाई की कड़वाहट है,
जिसे समझा था हमसफ़र,
वो अब अजनबी बन बैठा है।
34.
तेरी मोहब्बत ने क्या रंग दिखाया,
खुद को भी अब समझ नहीं पाता,
जिन लम्हों में तू था, वो जन्नत थे,
अब हर लम्हा बस सज़ा सा लगता है।
35.
तू मिल भी जाए तो क्या फायदा,
जिसे जाना ही हो वो रुकता नहीं,
कुछ रिश्ते बस वक़्त काटने के लिए होते हैं,
दिल लगाना उसमें कोई समझदारी नहीं।
36.
एक तन्हा दिल की क्या कहानी कहूं,
हर धड़कन तेरे नाम से बंधी है,
कभी तू था, अब सिर्फ यादें हैं,
जिन्हें भूलना ज़िन्दगी की सबसे बड़ी चुनौती है।
37.
ना तू अपना हुआ, ना तन्हाई छूटी,
हर रात तेरी यादों में ही बीती,
जिनसे दिल लगाया वो दिल तोड़ गए,
और हम अब भी उन्हीं की दुआ करते हैं।
38.
तेरी हँसी में जो सुकून था,
अब वही हँसी मुझे तड़पाती है,
जो कभी लफ़्ज़ों से दिल बहलाती थी,
अब वो यादें रातों की नींद उड़ाती हैं।
39.
तेरे ख्यालों से अब भी पीछा नहीं छुड़ा पाया,
ना तुझे पाया, ना तुझे भुला पाया,
हर सुबह तुझसे दूर होती है,
और हर रात तुझसे मिलने का सपना लाती है।
40.
वो अल्फाज़ अब भी कानों में गूंजते हैं,
जो कभी तुझसे सुने थे,
तेरी मुस्कान अब भी आंखों में बसी है,
जो अब किसी और के लिए होती है।
41.
हम मुस्कुरा कर भी क्या जताएं,
दिल का दर्द कोई समझ नहीं पाता,
जिसे देखा था ज़िन्दगी समझकर,
वो ही हमें अधूरा छोड़ गया।
42.
दिल टूटा तो शोर नहीं हुआ,
सिर्फ आंखों से खामोशी बहती रही,
कभी किसी को इतनी मोहब्बत मत देना,
कि वो छोड़ते वक्त तुम्हें तोड़ दे।
43.
रोज़ खुद से एक सवाल करता हूँ,
क्या वो भी मुझे याद करता होगा?
या फिर मैं ही पागल हूँ इतना,
जो आज भी उसी के ख्वाब देखा करता हूँ।
44.
तेरे बाद अब खुद से डर लगता है,
तेरी यादों का कोई वक्त नहीं होता,
कभी हँसी में आ जाती हैं,
तो कभी नींदों को भी भगा ले जाती हैं।
45.
तेरी बेवफाई ने सिखाया हमें,
हर मुस्कान के पीछे दर्द होता है,
अब किसी पर भरोसा नहीं होता,
क्योंकि प्यार अब सिर्फ किस्सों में होता है।
46.
वो लम्हा जब तू सामने था,
शायद मेरी ज़िन्दगी का सबसे खूबसूरत था,
अब तो तस्वीरों से ही तसल्ली मिलती है,
और यादें ही मेरी साथी बन गई हैं।
47.
जिसे चाहा था टूटकर,
वो ही सबसे ज़्यादा तोड़ गया,
अब किसी से दिल लगाना आसान नहीं,
क्योंकि भरोसा फिर से जुड़ता नहीं।
48.
वो दिन अच्छे थे जब तू था,
अब हर दिन बस काटना पड़ता है,
तेरे बिना अब कुछ भी अपना नहीं लगता,
हर बात में तेरा नाम जुड़ता है।
49.
ना जाने क्यों वो गैर हो गया,
जिसके बिना जीना नामुमकिन था,
शायद किस्मत को मंजूर ना था,
जो दिल से चाहा, वो अपना नहीं था।
50.
अब ना तेरी बातों में असर रहा,
ना तेरे वादों में वो भरोसा रहा,
तू बदल गया वक्त के साथ,
और मैं अब भी वहीं रुका रहा।
51
दिल अब भी तुझसे बात करता है,
भले ही तू जवाब ना दे,
हमने तुझसे कुछ मांगा नहीं,
बस तेरे साथ की आदत पड़ गई थी।
52.
तेरे जाने के बाद सब कुछ बदल गया,
पर दिल अब भी तुझसे ही जुड़ा है,
हर रोज़ तुझे भूलने की कोशिश करता हूँ,
और हर रात तुझे याद करके रोता हूँ।
53.
कभी-कभी यादें इतनी जोर से आती हैं,
जैसे तू आज भी यहीं कहीं है,
हमने तुझे खुदा से ज्यादा चाहा,
पर शायद तू खुदा के भी काबिल ना था।
54.
तू मेरे पास था फिर भी दूर था,
तेरी खामोशी ही सबसे बड़ा फासला थी,
अब जब तू चला गया,
तो वो सन्नाटा हमेशा के लिए रह गया।
55.
हम वो हैं जो सब कुछ सह जाते हैं,
मगर कुछ कह नहीं पाते,
दिल में दर्द भरा है इतना,
कि अब मुस्कुराना भी भारी लगता है।
56.
तेरा जाना कोई हादसा नहीं था,
पर दिल ने उसे मौत समझ लिया,
अब हर रिश्ते से डर लगता है,
कहीं फिर से दिल ना टूट जाए।
57.
तेरे नाम पर अब आंसू बहाना छोड़ दिया,
पर दिल से तुझे जाना नहीं गया,
जो दर्द तूने दिया वो गहराई में है,
जिसे कोई भी समझ नहीं सकता।
58.
अब तेरी तलाश नहीं रहती,
तेरी यादें खुद आ जाती हैं,
तू तो चला गया बहुत दूर,
पर तेरे साए अब भी साथ रहते हैं।
59.
तेरे बिना अब रातें भी अधूरी हैं,
हर सपना तुझसे शुरू होकर वहीं रुक जाता है,
ना चाहकर भी तू दिल में बसा है,
और तेरे जाने का ग़म अब तक बाकी है।
60.
जिसे अपनी जान माना,
उसे खोकर अब खुद से नफ़रत है,
तेरे बिना अब ना कोई उम्मीद है,
ना किसी बात में मोहब्बत है।
61.
मिलने की आस अब भी बाकी है,
दिल को तसल्ली देनी भी एक कला है,
जानते हैं तू लौटेगा नहीं,
पर इंतज़ार करने की आदत नहीं जाती।
62.
तेरी हँसी के बिना अब दुनिया अधूरी है,
तेरे बिना ज़िन्दगी सूनी लगती है,
कभी जो तुझमें जिया करते थे,
अब खुद को ही समझाते हैं रोज़।
63.
जिसे टूटकर चाहा था,
वो ही सबसे बेदर्द निकला,
अब किसी अपने पर भरोसा नहीं करता,
क्योंकि दिल अब दोबारा नहीं टूट सकता।
64.
तेरे साथ बिताया हर पल खास था,
अब उन्हीं पलों में सज़ा छिपी है,
तू गया तो कुछ भी ना रहा,
बस यादें ही बची हैं, और तन्हाई।
65.
तेरी बेरुखी ने मुझे मजबूत बना दिया,
अब आंसू भी बिना वजह नहीं बहते,
तू तो चला गया किसी और का होकर,
पर मैं अब खुद से भी बात नहीं करता।
66.
तेरा साथ क्या गया,
जैसे सारी दुनिया खाली हो गई,
हर तरफ तेरी ही यादें हैं,
जो हर रात आकर रुलाती हैं।
67.
ना तू रहा, ना वो पल रहे,
बस रह गई तो तेरी यादें,
अब वो भी वक्त के साथ फीकी पड़ रही हैं,
पर दिल अब भी तेरा ही नाम लेता है।
68.
तेरे बगैर जो जिया,
उसे जीना नहीं कहते,
हर धड़कन तुझसे पूछती है,
क्यों तू मेरा होकर भी मेरा नहीं रहा?
69.
अब तन्हा रहना सीख लिया है,
किसी से उम्मीद रखना छोड़ दिया है,
जिन्हें अपना समझा था,
वो भी वक्त पर अजनबी बन गए।
70.
तेरे जाने के बाद सब कुछ अधूरा लगता है,
ना दिल में सुकून है, ना आँखों में नींद,
तू जिस शहर में भी हो,
कभी हमें भी याद कर लिया कर।
71.
तेरी मोहब्बत ने क्या दिन दिखाए,
ना हम अपने रहे, ना पराए,
अब तो बस यादें बची हैं,
जो हर वक्त दिल को जलाए।
72.
जो दर्द तूने दिया,
वो ही मेरी पहचान बन गया,
अब कोई भी हँसी असली नहीं लगती,
क्योंकि दिल अब भी रोता है।
73.
तेरे नाम से अब भी धड़कता है दिल,
तेरे ख्यालों में अब भी खो जाता हूँ,
तू भले भूल गया हो सब कुछ,
पर मैं अब भी तुझमें ही जीता हूँ।
74.
तेरा होना अब भी मेरी कमजोरी है,
तू गया तो भी तुझसे दूरी नहीं,
दिल को अब भी तस
ल्ली नहीं मिलती,
क्योंकि मोहब्बत एक तरफा थी।
75.
तेरे जाने से पहले कुछ कहा तो होता,
शायद मैं रोक लेता तुझे,
अब तो बस यही सोचकर जीता हूँ,
कि क्या मैं तेरे काबिल नहीं था?
76.
तू ख्वाब बनकर आया था,
पर हक़ीक़त बनकर चला गया,
अब तेरी कमी हर पल सताती है,
तू दिल से नहीं, रूह से गया।
77.
तेरी तस्वीर से अब भी बात करता हूँ,
तेरे बिना हर रात तन्हा गुजरती है,
जिसे अपना समझा था टूटकर,
आज उसी की याद हर सांस में बसती है।
78.
तेरे बिना कुछ भी पूरा नहीं,
ना दिन चैन से कटता है,
ना रात सुकून देती है,
बस यादें हैं जो हर लम्हा साथ निभाती हैं।
79.
जिसे देख कर दिल धड़कता था,
अब उसी का नाम सुनकर आंसू आ जाते हैं,
क्या यही होता है सच्चा प्यार?
जो हमेशा अधूरा ही रह जाता है।
80.
तेरे जाने के बाद सबसे बड़ी सज़ा ये है,
कि अब किसी से मोहब्बत नहीं होती,
हम मुस्कुराते हैं सबके सामने,
पर दिल में हर रोज़ मातम होता है।
81.
अब तुझे भुलाने की कोशिश नहीं करता,
क्योंकि तू यादों से जाता नहीं,
दिल को समझा लिया है कि,
कुछ लोग किस्मत में नहीं होते।
82.
ना अब दर्द की बात करते हैं,
ना मोहब्बत की उम्मीद रखते हैं,
जिसे दिल से चाहा था कभी,
अब उसी से नज़रें चुराते हैं।
83.
तेरे साथ बिताए पल अब ख्वाब बन गए,
हर एक लम्हा अब सज़ा सा लगता है,
हमने तो हर साँस तुझपे लुटा दी,
पर तू किसी और के नाम हो गया।
84.
कभी किसी को इतना मत चाहो,
कि वो तुम्हारी पहचान बन जाए,
वरना जब वो छोड़ता है,
तो तुम खुद को भी खो देते हो।
85.
तेरे जाने के बाद भी तुझे चाहना,
शायद सबसे बड़ा पागलपन है,
पर दिल मानता नहीं,
क्योंकि तू सिर्फ इश्क़ नहीं, आदत भी था।
86.
वो जो कहते थे कभी छोड़ेंगे नहीं,
आज उनकी यादें भी रूठ गईं,
समझ नहीं आता अब,
अजनबी कब अपने और अपने कब अजनबी बन जाते हैं।
87.
तेरी बेवफाई ने सिखा दिया,
कि मोहब्बत में सिर्फ दिल टूटते हैं,
अब हम खुद से भी दूर हो गए हैं,
क्योंकि किसी पे यकीन नहीं होता।
88.
अब किसी से भी मोहब्बत नहीं होती,
तेरे बाद दिल ने खुद से भी रिश्ता तोड़ लिया,
हमने तो चाहा था उम्र भर साथ निभाना,
पर तूने कुछ पलों में सब बदल दिया।
89.
तेरे बिना सब सुना-सुना सा है,
हर खुशी अधूरी लगती है,
ना कोई उम्मीद बची है,
ना किसी से अब बात करने की चाह।
90.
तू लौट भी आए तो क्या फ़ायदा,
अब दिल उस मोड़ पर नहीं रहा,
जहां तुझे देखा था खुदा की तरह,
अब बस तन्हाई को ही खुदा मान लिया है।
91.
अब जब भी कोई अपना बनता है,
डर लगता है, टूटने से, छूटने से,
तेरे बाद हर रिश्ता डरावना लगता है,
जैसे फिर से वही कहानी दोहराई जाएगी।
92.
वो ख्वाब जो तेरे साथ देखे थे,
अब डर बन गए हैं नींद के,
ना सोते हैं चैन से,
ना जागते हैं सुकून से।
93.
तेरे नाम से जो दिल धड़कता था,
अब वहीं नाम आंसू लाता है,
तेरे बाद कुछ भी वैसे नहीं रहा,
जैसे हर चीज़ से जान चली गई हो।
94.
अब सवाल नहीं करता खुदा से,
क्योंकि जवाब कभी नहीं मिलते,
बस तेरी यादों से ही जी रहा हूँ,
क्योंकि अब कोई और सहारा नहीं मिलता।
95.
तेरे प्यार में जो डूबे थे,
अब तन्हाई की गहराई में उतर चुके हैं,
तू किसी और की हो गई,
और हम खुद से भी दूर हो चुके हैं।
96.
हमने सोचा था तेरे साथ जियेंगे,
पर अब तो जीना ही छोड़ दिया है,
तेरे जाने के बाद जो टूटा,
उसे अब तक जोड़ नहीं पाया हूँ।
97.
तेरे बाद किसी से नज़रे नहीं मिलतीं,
हर मुस्कान बनावटी लगती है,
जो प्यार तुझमें था,
वो अब किसी और में ढूंढा नहीं जाता।
98.
ना तू बुरा था, ना मैं गलत था,
बस वक्त ने हमें दूर कर दिया,
अब तुझसे नफरत भी नहीं होती,
बस तेरी कमी बहुत महसूस होती है।
99.
जो दिल तुझपर लुटा दिया था,
अब उसे समेटना मुश्किल हो गया है,
हर धड़कन तेरा नाम लेती है,
पर तू अब किसी और का हो गया है।
100.
तेरी यादों ने जिंदा रखा है,
वरना कब का टूट चुका होता,
तेरे बिना जीना सिखा दिया,
पर तुझसे मोहब्बत करना कभी नहीं छोड़ा।
101. कभी हम भी खास थे उनके लिए,
आज बात करने को भी तरसते हैं,
वक्त ने वो मोड़ लिया,
जहां अपने भी पराए लगते हैं।
102. दिल की आवाज़ को कभी नज़रअंदाज़ न करना,
क्योंकि यही आवाज़ तन्हाई में सबसे पहले बोलती है,
जो चेहरे हँसते दिखते हैं,
वो अंदर से अक्सर रोते हैं।
103. तेरे जाने के बाद भी तुझसे मोहब्बत की है,
हर सांस में तेरा नाम लिया है,
दुनिया कहे पागलपन,
पर हमने इसे इश्क़ कहा है।
104. तू जब पास होता है तो सुकून मिलता है,
तेरी दूरियों में भी एक ताजगी होती है,
पर जब भी यादें सताती हैं,
आंखें खुद-ब-खुद भीग जाती हैं।
105. अब तुझसे कोई शिकायत नहीं,
क्योंकि तू तो मेरी किस्मत में ही नहीं था,
तेरा आना बस एक फसाना था,
जिसे मैं हकीकत मान बैठा था।
106. किसी को दिल देने से पहले,
खुद को संभालना सीखो,
क्योंकि जब टूटते हैं सपने,
तो नींद भी गुनहगार लगती है।
107. अब तेरी यादों को सीने में दबा लिया है,
तेरे बिना जीना सीख लिया है,
हर ज़ख्म को मुस्कुराहट से छुपा लिया है,
क्योंकि अब दर्द भी अपना बन गया है।
108. जो कभी हमारे बिना रह नहीं सकते थे,
आज हमें देखना भी पसंद नहीं करते,
कितनी जल्दी बदल जाते हैं लोग,
जब उनका मतलब निकल जाता है।
109. तू सामने हो या ना हो,
तेरी मौजूदगी हर पल महसूस होती है,
तू तो दिल का हिस्सा बन गया है,
जिसे अब अलग नहीं किया जा सकता।
110. अब कोई उम्मीद नहीं किसी से,
हर अपना पराया सा लगता है,
खुद को इतना मजबूत बना लिया है,
कि अब अकेलापन भी सुकून देता है।
111. जब भी तेरा नाम आता है,
लब हँसते हैं, पर दिल रोता है,
तेरी एक झलक को तरसते हैं,
फिर भी तुझे भुलाने का दावा करते हैं।
112. तेरे जाने से जो खालीपन आया है,
वो अब मेरा हिस्सा बन चुका है,
ना कोई शिकायत है अब तुझसे,
ना तुझे वापस पाने की चाह है।
113. माना तेरा प्यार झूठा था,
पर मेरी मोहब्बत तो सच्ची थी,
तू खेलता रहा दिल से,
और मैं उसे पूजा करता रहा।
114. दिल को अब कोई ख्वाब नहीं दिखते,
तेरे बाद हर सवेरा अधूरा लगता है,
कभी तुझसे मिलने की दुआ करते थे,
अब तुझसे दूर रहने की कोशिश करते हैं।
115. अब किसी को खोने का डर नहीं,
क्योंकि सबसे प्यारा जो था,
वो तो पहले ही छूट गया,
बाकी तो सब वक्त की बात है।
116. हमने उसे अपना मान लिया था,
जबकि वो तो हमें कभी जानता ही नहीं था,
हम हर रोज़ उसके लिए जीते रहे,
और वो हर रोज़ किसी और में जीता रहा।
117. जिसे हर दुआ में मांगा था,
आज उसी का नाम लेना भी गुनाह लगता है,
तेरी यादें अब बोझ बन गई हैं,
पर इनसे छुटकारा भी नहीं मिलता।
118. जो पल तेरे साथ बीते थे,
वो अब ख्वाबों में आते हैं,
तू तो भूल चुका है सब कुछ,
पर हम आज भी तुझसे जुड़ जाते हैं।
119. अब ना कोई ख्वाहिश बची है,
ना ही कोई उम्मीद बाकी है,
बस तन्हाई से दोस्ती हो गई है,
और आंसुओं से रिश्ता पक्का हो गया है।
120. कभी तुझसे नज़रे मिलाने को तरसते थे,
अब तुझसे नज़रे चुराते हैं,
तेरी यादों का दर्द इतना गहरा है,
कि अब हर मुस्कान झूठी लगती है।
121. तू था तो हर दिन त्यौहार लगता था,
अब तो हर दिन वीरान है,
तेरे बिना कुछ भी अच्छा नहीं लगता,
सिवाय तेरी यादों के जो हर पल साथ हैं।
122. अब तो तेरे नाम से भी डर लगता है,
कहीं फिर से दिल ना लग जाए,
तेरे बाद इश्क़ से यकीन उठ गया है,
अब खुद से भी फासला बना लिया है।
123. ना वो पहली सी मासूमियत रही,
ना वो बेफिक्री वाली हँसी रही,
तेरे बाद कुछ भी नहीं रहा वैसा,
जैसे तू मेरी दुनिया ही था।
124. अब तेरी खुशियों की दुआ करते हैं,
खुद को हर रोज़ मारकर,
तू खुश रहे किसी और के साथ,
बस यही सुकून है टूटे हुए दिल के पास।
125. तेरी बेरुखी ने सब सिखा दिया,
कि हर मुस्कान के पीछे धोखा हो सकता है,
अब किसी पर भी यकीन नहीं आता,
क्योंकि तुझसे बढ़कर कोई अपना नहीं था।
126. तेरा नाम अब दिल में गूंजता नहीं,
पर तेरी यादें अब भी सुलगती हैं,
हमने बहुत कोशिश की तुझे भुलाने की,
पर दिल ने तेरा साथ कभी छोड़ा ही नहीं।
127. वो जो साथ देने की बात करते थे,
आज सबसे पहले वही छोड़ गए,
अब तो दिल को आदत हो गई है,
हर अपने के बदलने की।
128. जिसे पाने के लिए दुनिया भुला दी थी,
अब उसी को भूलना सबसे मुश्किल हो गया है,
तेरे जाने के बाद जैसे,
हर ख्वाहिश अधूरी रह गई है।
129. तेरे बिना अब हर मौसम बेरंग लगता है,
ना कोई खुशी रंग लाती है,
हमने तो तुझमें ही सारी दुनिया देखी थी,
अब वो दुनिया ही उजड़ चुकी है।
130. अब तो मुस्कुराना भी आदत सी बन गई है,
दर्द को छुपाना एक कला बन गया है,
लोग समझते हैं हम खुश हैं,
पर अंदर से सब कुछ टूट चुका है।
“Dard Bhari Love Shayari in Hindi | Breakup Tanhai Shayari Status 2025”