आजकल Sad Shayari in Hindi बेहद पॉपुलर है, खासकर सोशल मीडिया पर। लोग इन्हें अपने स्टेटस, कैप्शन और पोस्ट में शेयर करते हैं ताकि दिल की बात कह सकें। इस पोस्ट में हम आपके लिए लेकर आए हैं सबसे Best Sad Shayari in Hindi — जो आपके टूटे हुए दिल की आवाज़ बनेंगी
दर्द भरी शायरी
Zindagi ka dard sabhi ke liye alag hota hai, lekin kuch सैड शायरी ऐसी होती हैं जो सीधे दिल को छू जाती हैं। इस कलेक्शन में आपको मिलेगी वो sad shayari on life जो आपकी emotional feelings को बयां करेंगी, खासकर जब जिंदगी में सब कुछ अधूरा सा लगे।
🕯️ तेरी खामोशी ने आज सब कुछ कह दिया।
सितारे तोड़ देंगे चांद को भी सुला देंगे अगर मैं लिखने बैठा तो हर आशिक को रुला देंगेजब मैं मर जाऊं तो मेरी कहानी लिखना कैसे बर्बाद हुई मेरी जवानी लिखना, लिखना कि मेरे दिल खुशी को तरसते थे, कैसे निकली मेरी आंखों से पानी लिखना , लिखना की फिर वह भी मेरी होना चाहती थी , फिर मेरी आखिरी सांसों की रवानी लिखना , और लिखना कि मरते वक्त भी उसके लिए दुआ की कफन से बाहर मेरी हाथों की निशानी लिखना ,कैसे बर्बाद हुई मेरी जवानी लिखना
🥀 मुस्कुराते चेहरे के पीछे अक्सर टूटा हुआ दिल होता है।
वो मेहँदी लगे हाथ दिखा के रोई, मैं किसी और की हूँ, वो बस इतना बता के रोई…. मेने बोला कौन हैं वो खुशनसीब, वो मेहँदी से लिखा हाथ दिखा के रोइ… शायद उम्र भर की जुदाई का ख्याल आया था उसे, वो मुझे पास अपने बिठाकर रोई… कभी कहती थी मैं न जी पाऊँगी बिन तुम्हारे, और आज ये बात दोहरा दोहरा कर रोई… मैं बेकसूर हूँ, कुदरत का फैसला है ये, लिपट कर मुझसे बस वो इतना बता कर रोई…कैसे उसकी मोहब्बत पर शक करे ये दोस्तों, भरी महफ़िल में वो मुझे गले लगा कर रोई…
😢 जिसे सबसे ज़्यादा चाहा, उसी ने सबसे ज़्यादा रुलाया।
आगे सफर था और पीछे हमसफर था.. रूकते तो सफर छूट जाता और चलते तो हमसफर छूट जाता.. मंजिल की भी हसरत थी और उनसे भी मोहब्बत थी.. ए दिल तू ही बता, उस वक्त मैं कहाँ जाता…मुद्दत का सफर भी था और बरसो का हमसफर भी था रूकते तो बिछड जाते और चलते तो बिखर जाते…. यूँ समँझ लो, प्यास लगी थी गजब की… मगर पानी मे जहर था…पीते तो मर जाते और ना पीते तो भी मर जाते.बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!! ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!! वक़्त ने कहा…..काश थोड़ा और सब्र होता!!! सब्र ने कहा….काश थोड़ा और वक़्त होता!!! सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब…।।आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।। “शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी, पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने,”हुनर” सड़कों पर तमाशा करता है और “किस्मत” महलों में राज करती है!!वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता”.. अजीब सौदागर है ये वक़्त भी!!!! जवानी का लालच दे के बचपन ले गया…. अब अमीरी का लालच दे के जवानी ले जाएगा. …… लौट आता हूँ वापस घर की तरफ… हर रोज़ थका-हारा,आज तक समझ नहीं आया की जीने के लिए काम करता हूँ या काम करने के लिए जीता हूँ।बचपन में सबसे अधिक बार पूछा गया सवाल -“बड़े हो कर क्या बनना है ?” जवाब अब मिला है, “फिर से बच्चा बनना है. “थक गया हूँ तेरी नौकरी से ऐ जिन्दगी मुनासिब होगा मेरा हिसाब कर दे…!!” दोस्तों से बिछड़ कर यह हकीकत खुली…बेशक, कमीने थे पर रौनक उन्ही से थी!! भरी जेब ने ‘ दुनिया’ की पहेचान करवाई और खाली जेब ने अपनो’ की.जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया, शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे, अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पूरी होती है। …!!! हंसने की इच्छा ना हो… तो भी हसना पड़ता है…कोई जब पूछे कैसे हो…?? तो मजे में हूँ कहना पड़ता है…ये ज़िन्दगी का रंगमंच है दोस्तों…. यहाँ हर एक को नाटक करना पड़ता है. “माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती… यहाँ आदमी आदमी से जलता है…!!” दुनिया के बड़े से बड़े साइंटिस्ट, ये ढूँढ रहे है की मंगल ग्रह पर जीवन है या नहीं, पर आदमी ये नहीं ढूँढ रहा कि जीवन में मंगल है या नहीं। मंदिर में फूल चढ़ा कर आए तो यह एहसास हुआ कि… पत्थरों को मनाने में, फूलों का क़त्ल कर आए हम गए थे गुनाहों की माफ़ी माँगने वहाँ एक और गुनाह कर आए हम ।।
🖤 कभी-कभी दिल थक जाता है सबको खुश रखते-रखते।
(एक शख्स जो दिल से कभी न निकला…)कभी जो साथ चला था मेरे,अब फासलों में गुम है कहीं।वो लम्हे, वो बातें, वो वादे, आज भी आंखों में नम हैं वहीं। हर मोड़ पर उसकी यादें मिलती हैं, हवाओं में उसका नाम गूंजता है। दिल तो बहुत समझाया खुद को, मगर ये हर दफा उसी से पूछता है। भुला सकें जिसे, वो कहानी कहाँ थी, वो शख्स तो रूह की रवानी था। वो हँसी, वो ग़म, सबकुछ था वो, हर जज़्बे में वही निशानी था। चाहा बहुत कि उसे भूल जाएँ, मगर ये दिल भी उसका दीवाना निकला।वक़्त तो चलता रहा अपने साए में, पर मेरा वक़्त वहीं ठिकाना निकला।
💭 तेरे बिना अब तो खामोशी भी शोर लगती है।
आओ तुम्हे एक सीख सिखाता हु..मोहब्बत क्यू नहीं करनी ये बात बताता हूँ.. जब होती हैं मोहब्बत तो इंसान दिल से काम लेता है, सुबह दोपहर शाम बस एक ही नाम लेता है, मोहब्बत न जाने कितनो के आँसू लूटा चुकी है, तन्हाई के आँसू बेहतर है धोखेबाजों के मेले से, खुद सलामत रखे इन प्यार के झमेले से, जब होगी मोहब्बत तो उसकी याद सताएगी पढ़ाई में मन नहीं लगेगा रातों की नींद नहीं आयेगी रोज सोते समय तुम्हारी बात खत्म होंगी गुड नाईट बोलने के बाद तुम्हारी रात होगी.. फिर तुम रिलेशनशिप के उस हद तक जाओगे.. अपने प्यार की धीरे धीरे अपनी आदत बनाओगे.. कभी आएंगे आंसू तो हँसोगे अपने हालत पर.. जिस दिन बात नहीं होगी उस दिन रोओगे रात भर अगर आ गये आँख में आँसू तो फिर हमसे ये ना कहना.. कि दर्द देकर ईश्क ने हमें रुला दिया जिस पर मरते थे उसने ही हमें भुला दिया हम तो उसकी यादों में जी लेते थे पर उसने तो यादों में ही जहर मिला दिया…!
🌧️ तू लौट तो सकता है, पर अब हम जैसे नहीं मिलेंगे।
हो रही थी शादी उसकी, बनकर वो दुल्हन नज़रे झुके बैठी थी.. मुस्कान थी उसके चेहरे पर,, शायद वो सब कुछ भुलाये बैठी थी..!! अपनी बर्बादी का मंज़र में अपनी आँखों से देखता रहा..उसका हाथ किसी और के हाथ में था,, और मैं अपनी किस्मत को कोस्ता रहा..!!रख ली अपने घर की इज्जत उसने,, मुझसे किया हर वादा उसने तोड़ दिया.. जब दिया बाप ने मर जाने की धमकी,, छोड़ दिया उसने मुझे मरने के लिए…!!!खैर मेरी मोहब्बत का किस्सा अब ख़तम हुआ,, निकाह नाम पे उसका दस्तखत हुआ..थरथराते लबों से उसने निकाह कुबूल कर ली,, मेरे अरमानों का सारे आम क़तल हुआ…!!!रख के मन अपने घरवालो का वो विदा हो गई…मजबूरियों ने फिर से मोहब्बत को जुदा किया,, इश्क में फिर से एक औरआशिक फना हुआ…!
😔 वो मेरे पास था, फिर भी मेरा नहीं था।
मुझे बिन मौसम बरसात देखनी है, किसी गैर के चेहरे पर उसके लिए मुस्कान देखनी है मैंने सुना है कुछ दिन और रह गए हैं उसकी शादी के,, उसकी दहलीज पर मुझको बारात देखनीहो रही थी उसकी शादी हम मायूस होकर वही बैठे थे और दुपट्टा सरक रहा था उसके चेहरे से और अंदर चेहरे पे एक मुस्कान ले बैठे थे देख के ऐसे उन्हें जिस्म मैं कुछ बैचेनी ले बैठे थे और कुछ देर बाद पता चला यार हम तो अर्थीपे लेटे थे
🥺 कुछ बातें बस दिल तक ही रह जाती हैं।
आज दुल्हन के लाल जोडे में मेरी जान के गोरे हाथों पर सखियों ने मेहंदी को लगाया होगा बहुत गहरा चढेगा मेहंदी का रंगा उस मेहंदी में उसने मेरा नाम छुपाया होगा रह रहकर रो पड़ेगी जब भी उसे मेरा ख्याल आया होगा खुद को देखेगी जब आइने में तो अक्श उसको मेरा भी नजर आया होगा उसकी सहेलियों ने सजाया होगा लग रही होगी एक सुंदर सी बाला चांद भी उसे देखकर शर्माया होगा आज मेरी जान ने अपने मां बाप की इज्जत को बचाया होगा उसने बेटी होने का फर्ज निभाया होगा मजबूर होगी वो बहुत ज्यादा सोचता हूं कैसे खुद को समझाया होगा अपने हाथों से उसने हमारे प्रेम खतों को जलाया होगा खुद को मजबूर बनाकर उसने दिल से मेरी यादों को मिटाया होगा भूखी होगी वो मैं जानता हूं पगली ने कुछ ना मेरे बगैर खाया होगा कैसे संभाला होगा खुद को जब फैरों के लिए उसे बुलाया होगा कांपता होगा जिस्म उसका जब पंडित ने हाथ उसका किसी और के हाथ में पकङाया होगा रो रोकर बुरा हाल हो जाएगा उसका जब वक्त विदाई का आया होगा रो पड़ेगी आत्मा भी दिल भी चीखा चिल्लाया होगा आज उसने अपने मां बाप की इज्जत के लिए उसने अपनी खुशियों का गला दबाया होगा..
💔 जिसे पाकर जी उठे थे, उसी के जाने से मर गए।
एक गांव की कहानी लड़का-लड़की की जान की तरह चाहता था सुबह हो गया शाम उसे देखने के लिए किसी न किसी बहाने से गली में आ जाता था ….. धीरे-धीरे उनका प्यार गहरा हो गया वह मिलने जुलने लगे धीरे-धीरे उनकी बात पुरे गांव में धुएं की तरह फैल चुकी थी एक दिन लड़का लड़की के पास फोन लगा खुद ने खसते लड़की का मोबाइल उसके भाई के पास भाई फोन उठाया बोला तू कोन है यह बे इतनी रात को फोन लगता है साले वह भी गाली गलौज किया फिर दूसरे दिन उसे लड़के को रास्ते में घेर लिया कुछ अपने दोस्तों को भी बुलाया था उसको मार पीट उसको और इश्क का जुनून चढ़ गया एक दिन लड़का लड़की को गांव के किनारे बुलाया लड़की आई बोली तुम हमें अब भुल जाओ मैं अब आपसे प्यार नहीं करती लड़का रोते हुए कहता है क्या कमी है मेरी मोहब्बत में जो इतनी बड़ी सजा दे रही हो लड़की कहती हैं भुल जाओ बस इतना काफी है लड़का दूसरे दिन जहर लाता है और खा लेता है वीडियो भी बना लेता वह वीडियो में आखरी बार बोलता है…. दूर नहीं जा सकते तुमसे पास भी मैं आऊंगा मैं नजरों के सामने फिर भी नजर नहीं आऊग इतना कह कर मर जाता हैं मोहल्ले की लड़की से दिल लगा बैठा !! जिसे भूलना मेरे बस में नहीं और पाना मेरे किस्मत में नहीं….